भारत में ऑनलाइन अपराध

भारत में ऑनलाइन अपराध दिन व दिन बड़ते ही जा रहे है। आज के इस डिजिटल युग में जहाँ इंटरनेट ने हमारे जीवन को आसान बना दिया है, दुनिया हमारे उंगलियों के स्पर्श करने के साथ ही हमारे सामने आ जाती है तो, वहीं दूसरी और उसी इंटरनेट का अपराधियों ने गलत फायदा उठाया है इंटरनेट की मदद से वह अपराध के नए नए हथकंडे अपना रहा है और अपराध बड़ा रहे है। जैसे- जैसे इंटरनेट का उपयोग बड़ता जा रहा है ठीक उसी रफ्तार से अपराध भी बड़ता जा रहा है। ऑनलाइन अपराध एक बड़ी समस्या बनकर सामने आ रही है। भारत में हर साल लाखों लोग ऑनलाइन अपराध  का शिकार बनते हा रहे हैं। चाहे बात ऑनलाइन शॉपिंग की हो, बैंकिंग लेन-देन की या सोशल मीडिया की, अपराधी  हर जगह मौजूद  रहते हैं।

Table of Contents

भारत में ऑनलाइन अपराध

ऑनलाइन अपराध क्या होता है?

ऑनलाइन अपराध का मतलब है इंटरनेट या डिजिटल माध्यम से लोगों को धोखा देना। इसमें अपराधी लोगों की निजी जानकारी, बैंक की जानकारी, OTP, पासवर्ड इत्यादि चुराकर पैसे निकाल लेते हैं या निजी जानकारी को लेकर ब्लैक मेल करते है, या अन्य तरीके से नुकसान पहुँचाते हैं। और इसका असर हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है  इस स्थिति मे घवराए नहीं संयम से काम ले। जल्द ही अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन पर रिपोर्ट दर्द करवाए। 

भारत में ऑनलाइन अपराध के प्रमुख प्रकार

फिशिंग (Phishing) :- नकली ईमेल या लिंक भेजकर यूजर  को ऑफर या किसी चीज का लालच दिया जाता है जिससे की यूजर उस लिंक प क्लिक करे और  यूज़र के डिवाइस की सभी जानकारी अपराधियों तक पहुँच जाती है। जैसे  प्राइवेट फ़ोटोज़, पासवर्ड और बैंक डिटेल्स।

OTP फ्रॉड :- अक्सर अपराधी बैंक के नाम से फोन करते है और KYC करने के नाम से OTP ले लेते है और बैंक अकाउंट से पैसे उड़ा लेते है।

ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड :-आज कल शॉपिंग की इतनी वेबसाईट बन गई है की व्यक्ति समझ ही नहीं पाता की असली और फर्जी ई-कॉमर्स साइट कौन सी है वह ऑफर देख कर समान ऑर्डर कर देते है पेमेंट कर देते हैं।

सोशल मीडिया स्कैम :- फेसबुक, इंस्टाग्राम या व्हाट्सएप पर फेक अकाउंट बनाकर लोगों से पैसे ठगना।

इन्वेस्टमेंट फ्रॉड :- ज्यादा मुनाफे का लालच देकर नकली शेयर, क्रिप्टो या स्कीम में निवेश करवाते है और इनवेस्टमेंट लेकर विदेश भाग जाते हैं। ।

ऑनलाइन ऑनलाइन से बचने के उपाय

  • RBI कहता है “जानकार बनिए, सतर्क रहे।” लेकिन हम इन सब से अनजान रहते है।
  • कभी भी अपना OTP, PIN या पासवर्ड किसी को न बताएं।
  • अनजान लिंक या ईमेल पर क्लिक न करें।
  • केवल भरोसेमंद वेबसाइट और ऐप का ही इस्तेमाल करें। अगर वेबसाईट पर कैश ऑन डेलीवेरी का ऑप्शन नहीं आ रहा है और वह पहले पेमेंट करने का बोलती है तो समझ जाइए की यह फर्जी वेसीटे है।
  • कभी भी बैंकिंग लेन-देन के लिए पब्लिक वाई-फाई का प्रयोग न करें।
  • सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से दूरी बनाए रखें। अपने अकाउंट प्राइवेट रखे।
  • नियमित रूप से अपने बैंक अकाउंट और UPI ट्रांजेक्शन की जांच करें।
  • GOOGLE से किसी भी BANK, NGO, HOSPITAL, COACHING CLASSES, किसी भी अन्य संस्था का नंबर सर्च न करे। OFFICIAL वेबसाईट का उपयोग करे।

ऑनलाइन अपराध का शिकार हो जाएं तो क्या करें?

  • तुरंत अपने बैंक या पेमेंट ऐप को सूचना दें।
  • कस्टमर केयर हेल्पलाइन पर कॉल करके अकाउंट ब्लॉक करवाएं।
  • राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल https://cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
  • 1930 (साइबर फ्रॉड हेल्पलाइन नंबर) पर तुरंत कॉल करें।
  • ऑनलाइन अपराध की सूचना नजदीकी पुलिस स्टेशन में दे, एफआईआर दर्ज करवाएं।

हमारी गलतियाँ :- भारत में ऑनलाइन अपराध

भारत में ऑनलाइन अपराध के लिए कुछ हद तक हम भी कही न कही  जिम्मेदार है। पढे – लिखे होने के वावजूद हम अपनी समझ खो देते हैं। और जाने अनजाने मे ही सही लेकिन अपराधियों और अपराध दोनों को दावत देते है। अगर हमे MESSAGE, EMAIL, SOCIAL MEDIA पर कोई अनजान व्यक्ति ऑफर देते है या किसी लिंक पर क्लिक करने को बोलता है या बैंक से बोल रहा हूँ , आपको KYC के नाम से OTP भेजता है और हम बिना सोचे समझे उसकी बातों को मान लेते है । हमे ध्यान रखना होगा की जिसे हम जानते नहीं है जो व्यक्ति हमारे लिए अनजान है हम कैसे उसे अपनी निजी जानकारी बता सकते है।

 

निष्कर्ष

भारत में ऑनलाइन अपराध  तेजी से बढ़ रहा है। जागरूकता ही इसका सबसे बड़ा बचाव है। अगर हम सतर्क रहें और अपनी निजी जानकारी सुरक्षित रखें तो अपराधियों  से बचा जा सकता हैं। याद रखें – “सतर्क नागरिक ही सुरक्षित नागरिक है।” हमे अपने  आस पास के लोगों को भारत में ऑनलाइन अपराध के बारे मे  जागरूक करना चाहिए लेकिन हम खुद ऑनलाइन अपराध का शिकार हो जाते है।

#भारत में ऑनलाइन फ्रॉड: कारण, प्रकार और बचाव के तरीके  #भारत में ऑनलाइन अपराध: कारण, प्रकार और बचाव के तरीके  #Online Fraud in India  #ऑनलाइन फ्रॉड क्या है  #Online Fraud in India  #भारत में ऑनलाइन ठगी  #साइबर क्राइम से बचाव  #ऑनलाइन धोखाधड़ी के प्रकार  #साइबर फ्रॉड शिकायत कैसे करें

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top